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फिल्‍म की कहानी को लेकर हर किसी के मन में सवाल है। खासकर तब जब फिल्‍म के डायरेक्‍टर अभ‍िषेक पाठक ने यह कहा है कि उनकी फिल्‍म मोहनलाल की मलयालम फिल्‍म से अलग होगी। वैसे अगर आप प्‍लॉट से लेकर कहानी और क्‍लाइमेक्‍स जानना चाहते हैं अजय देवगन की फिल्‍म 'दृश्‍यम 2' शुक्रवा, 18 नवंबर को रिलीज हो रही है। इस फिल्‍म को लेकर दर्शकों की दिलचस्‍पी बढ़ी हुई है। हर कोई यह जानना चाहता है कि आख‍िर विजय सलगांवकर इस बार क्‍या करने वाला है। यह एक्‍साइटमेंट इसलिए भी है कि टीजर और ट्रेलर के अंत में विजय सलगांवकर यानी अजय देवगन के किरदार को कैमरे के सामने बैठकर कबूलनामा देते हुए दिखाया गया है। टीजर और ट्रेलर में हमें विजय के हंसते-खेलते परिवार, आईजी मीरा के बेटे की हत्‍या और विजय और उसकी फैमिली का सजा से बचने के लिए बुनी गई कहानी की पुरानी झलक देखने को मिलती है। साल 2015 में रिलीज हुई इस मलयालम फिल्‍म के रीमेक में हमने देखा कि विजय ने आईजी मीरा के बेटे की लाश को पुलिस स्‍टेशन के नीचे दफ्न कर दिया है। वह गांधी जयंती और 3 अक्‍टूबर की एक ऐसी कहानी बुनता है, जिसे पुलिस की जांच में सही मान लिया जाता है। समीर की लाश का पुलिस पता नहीं लगा पाती है। लेकिन क्‍या अब फिल्‍म के सीक्‍वल में व‍िजय और उसका परिवार सलाखों के पीछे होगा, क्‍या विजय यह कबूल कर लेगा कि समीर उसकी बेटी अंजू को ब्‍लैकमेल कर रहा था और उस रात आत्‍मरक्षा में समीर की मौत हो गई? Drishyam 2 Cast: मलयालम में बनी 'दृश्‍यम' में मोहनलाल लीड रोल में थे। हिंदी वर्जन में यही किरदार अजय देवगन निभा रहे हैं। दिलचस्‍प है कि मलयालम में 'दृश्‍यम 2' बीते साल 2021 में रिलीज हो चुकी है। ऐसे में अजय देवगन की फिल्‍म की कहानी क्‍या होगी, इसका प्‍लॉट क्‍या होगा, इसका अंदाजा लगाना आसान है। इससे पहले कि हम 'दृश्‍यम 2' की कहानी पर आएं, बता दें कि इस बार फिल्‍म में तबू, अजय देवगन और श्र‍िया सरन के साथ ही अक्षय खन्‍ना और रजत कपूर भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। दृश्‍यम 2' का प्‍लॉट Drishyam 2 Plot: जिस रात विजय सलगांवकर पुलिस थाने में समीर की लाश को ठ‍िकाने लगा रहा था, उस रात एक शख्‍स ने से देख लिया था। यह शख्‍स एक अपराधी है, जो खुद एक हत्‍या के आरोप में पुलिस से भाग रहा है। यह अपराधी भी उसी अधूरे पुलिस स्टेशन के पीछे छिपा हुआ था, जहां विजय ने लाश को छ‍िपाया है। उसने विजय को थाने से निकलते हुए देखा था। इस अपराधी को हालांकि, पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और वह अब हत्‍या के दोष में जेल में सजा काट रहा है। 'दृश्‍यम 2' की कहानी होगी 7 साल बाद की Drishyam 2 Story: 'दृश्‍यम 2' की कहानी में 7 साल का लीप लिया जाएगा। यानी कहानी 7 साल बाद विजय और उसकी फैमिली की जिंदगी के साथ आगे बढ़ेगी। विजय, उसकी पत्‍नी नंदिनी, बेटी अंजू और पूरा परिवार अब भी एक सामान्‍य जीवन जीने की कोश‍िश कर रहे हैं। विजय का बिजनस भी अच्‍छा चल रहा है। इलाके में उसकी पॉपुलैरिटी भी बढ़ गई है। कुछ लोग जहां विजय को बेहतरीन इंसान मानते हैं, वहीं कुछ दबे हुए सुर में यह भी कहते हैं कि उसने आईजी मीरा के बेटे को मारकर ऐसे गायब किया कि किसी को कोई खबर नहीं लगी। इस बीच विजय अब फिल्‍म बनाना चाहता है। उसके पास एक कहानी है। वह अपनी फिल्‍म के लिए मेकर्स और स्‍क्रीनप्‍ले राइटर्स से मिलता है। drishyam cast दृश्‍यम फिल्‍म का एक सीन नंदिनी की सहेली निकली अंडरवकर पुलिस अफसर दूसरी ओर, समीर की हत्या का काला साया अभी भी विजय की बेटी अंजू को परेशान कर रहा है। उसे दौरे पड़ते हैं। नंदिनी और विजय बेटी की हर तरह से मदद करते हैं और उसके मन को शांत रखने की कोश‍िश करते हैं। पड़ोस में एक फैमिली है, जिससे नंदिनी की दोस्‍ती है। नंदिनी की इस सहेली का पति उसे बहुत पीटता है, परेशान करता है। नंदिनी अच्‍छी सहेली होने के नाते उसे इससे लड़ने के लिए कहती है। विजय की अपनी चिंताएं हैं। वह काम और ऐसी चिंताओं के कारण परिवार और पत्‍नी से थोड़ा दूर-दूर रहने लग जाता है। ऐसे में नंदिनी अपनी इसी सहेली के साथ अध‍िक समय बिताती है। एक दिन अनजाने में नंदिनी समीर की मौत और इसमें उसके परविार की मिलीभगत के बारे में सारी सच्चाई अपनी उस सहेली को कह सुनाती है। कहानी में ट्विस्‍ट तब आता है, जब पता चलता है कि नंदिनी की यह सहेली और उसका पति असल में अंडरकवर पुलिस अफसर हैं। undefined Drishyam 2 में हुई अक्षय खन्‍ना की एंट्री, खूब वायरल हो रही है तब्‍बू के साथ टैलेंटेड ऐक्‍टर की ये फोटो पुलिस को पता है कहां दफ्न है समीर की लाश इन दोनों अंडरकवर अफसरों को शहर में आए नए आईजी ने काम पर लगाया है। इसी बीच वह अपराधी जिसने विजय को 7 साल पहले, उस रात थाने से निकलते देखा था, वह भी जेल से छूट जाता है। जेल से बाहर निकलने के बाद वह काम की तलाश में है। वह विजय के बारे में भी लोगों से पूछता है। उसे आश्‍चर्य होता है कि पुलिस से विजय और उसका पर‍िवार कैसे बच गया। इधर, नए आईजी को जैसे ही विजय और उसकी फैमिली का सच पता चलता है, वह आईजी मीरा को वापस बुलाता है। जेल से बाहर आया वह अपराधी भी पुलिस को बताता है कि उस रात उसने विजय को थाने से निकले हुए देखा था। जैसे-तैसे पुलिस इस नतीजे पर पहुंचती है कि हो न हो समीर की लाश को पुलिस थाने के नीचे ही दफ्न किया गया है। 'दृश्‍यम' में आईजी मीरा के रोल में तबू और उनके पति के किरदार में रजत कपूर आईजी मीरा की एंट्री, पुलिस थाने से कंकाल भी मिला पुलिस की एक टीम अब समीर की लाश के अवशेषों की खोज में जुटती है। पुलिस एक बार फिर विजय की फैमिली के पीछे पड़ जाती है। बेटी अंजू की खराब होती हालत को देख, विजय पुलिस के सामने यह कबूल कर लेता है कि वह समीर की हत्‍या का दोषी है। उसकी शर्त है कि पुलिस उसके परिवार को छोड़ दे। विजय की शर्त को मानते हुए पुलिस उसकी फैमिली को छोड़ देती है। लेकिन आईजी मीरा यह नहीं चाहती। वह विजय के पूरे पर‍िवार को सजा देना चाहती है। क्‍या खुद और अपने परिवार को बचा पाएगा व‍िजय सलगांवकर? पुलिस के पास सारे सबूत, कंकाल और गवाह अब कोर्टरूम में विजय सलगांवकर को आरोपी मानते हुए ट्रायल की शुरुआत होती है। पुलिस के पास थाने के नीचे से निकला कंकाल है। एक गवाह है, जिसने विजय को उस रात आधे-अधूरे पुलिस स्‍टेशन से बाहर निकलते हुए देखा था। विजय जिस कहानी पर फिल्‍म बनाना चाह रहा था, वह क्राइम थ्र‍िलर है। फिल्‍म बनाने के लिए वह जिन मेकर्स से मिला था, उन्‍हें उसकी कहानी समीर की हत्‍या और उससे मिलती-जुलती लगी, इसलिए वो भी अब पुलिस के गवाह बन जाते हैं। कुल मिलाकर विजय के ख‍िलाफ पुलिस के पास पर्याप्‍त सबूत और गवाह हैं।