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मैं उत्तर प्रदेश की रहने वाली हूँ। मैं गाँव में रहती हूँ हॉट हु । बड़ी बड़ी गोल गोल पर टाइट संतरे है। गोल कमर और मोटी जांघ परन्तु कमर बहुत पतली है गोरी हूँ लम्बी चौड़ी और सुन्दर हूँ। जवानी भरपूर है इसलिए जब भी कोई मुझे आगे से देखता है उसकी नजर मेरे संतरों के उभार पर होता है और जो मुझे पीछे से देखता है उसकी नजर मेरी कमर की गोलाई पर होती है। मुझे कोई देख ले और मुझे रात में याद नहीं करे जब वो इंसान अपनी बीवी को पेलता है ऐसा हो नहीं सकता है। यानी जब वो अपनी बीवी को या अपनी गर्लफ्रेंड को पेलेगा तो मुझे याद करेगा क्यों की मैं हुस्न की मल्लिका हूँ। पर मुझे एक साल से प्यार करने का मौक़ा नहीं मिल पाया जब की दो साल ही मेरी शादी को हुआ है। मेरे पति चाइना बॉर्डर पर है और सेना में अफसर है। तो मैं अपनी ससुराल में ही रहती हूँ। घर में माँ पापा के अलावा मेरा एक देवर है जो दिल्ली में पढाई करता है। पर दशहरा में घर आया और और भी ये कांड हो गया। और ये बात कल की ही है और मैं कैसे पिल गयी अब बता रही हूँ। पापा मम्मी निचे फ्लोर पर रहते हैं। मेरा कमरा ऊपर फ्लोर पर है और वही पर देवर जी का भी कमरा है। कल व्रत खोली और खाना खाई तो मेरा पैर और शरीर में काफी दर्द होने लगा था। और मेरे सर में भी काफी दर्द हो गया था। तो ऊपर जल्दी ही अपने बेड पर आ गयी। देवर जी खाना खाकर अपने दोस्त के पास चले गए और वो वह से करीब ११ बजे रात में आये तब तक मम्मी पापा सो गए थे। वो दोनों जल्दी हो जाते हैं। मैं जगी थी। वो मेरे कमरे में आये तो देखे की मैं थोड़ी परेशां हूँ। उन्होंने पूछा की क्या हुआ भाभी तो बता दी की व्रत के चलते ही पेन हो रहा है पुरे शरीर में। वो बोले मैं बाम लगा देता हूँ। मैं मना करते रही फिर भी वो अलमीरा से बाम निकाल लिए और आ कर मेरे सर पर लगाने लगे। मुझे बहुत अच्छा लगने लगा था मैं लेटी थी और वो बैठे थे बेड पर। धीरे धीरे मैं निढाल हो गयी और हाथ पैर फैला दी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था उनका सहलाना।